नवोत्पल गुरुवारीय विमर्श

 


Friday, March 3, 2017

स्मृतिशेष: रोहित पाण्डेय जी की छठवीं पुण्यतिथि



जाने वो कौन सा देश ..... जहाँ तुम चले गए।।। :( :( :(
........................................................
03/03/2017 को हमारे प्रिय रोहित पाण्डेय जी की छठवीं पुण्यतिथि है ।
..............................................................
आज भी याद आता है रोहित जी का दैनिक जागरण में "हफ्ते की बात" स्तम्भ में राजनीती में अपराधीकरण पर सिर्फ 250 शब्दों का लिखा हुआ लेख जिस से बहुत बड़े बड़े माफिया भी पहली बार कलम की ताकत से डरे और घबराये हुए दिखे थे। 

रोहित भाई ने बहुत से साहित्यकारों का शानदार साक्षात्कार भी लिया था जैसे श्री प्रभाष जोशी जी, श्री विश्वनाथ प्रसाद तिवारी जी और भी न जाने कितने महान रचनाकार। 


उन्होंने ही पहली बार गोरखपुर के बिगड़ते पर्यावरण पर लोगों का ध्यान खींचा था।
उनके दिए हुए भाषण आज भी हमारे कानों में गूंजते हैं। 

आप आज भी हमारे दिल में है।

Amit Solanki bina libaas main aaye thhe hum sab"Amit".
Bas ek kafan ki khatir itna safar kar rahe h......

Arun Chand Aaj bhi wo lamha nahi bhulta.hindustan city office ke bahar unhone kaha tha akhbar chod raha hu.maine pucha kaun se akhbar me ja rahe hai. Uttar mila akhbari duniya hi chod raha hu aur shayad ...ye duniya hi.... rohit ji aap chale gaye lekin aaj bhi kabhi ye nahi laga ki aap humare beech nahi hai. Lagta hai kahi se teen sawari wali bike se samne aa jayenga aur muskarate hue bolenge...chalo be chai peene chalte hai.

Bhaiya apki baaten aj bhee hausala badhati hain..
Like
Comment
Comments
Ved Prakash Pathak hum aapko dilon me basaye rakhenge
Akhand Pratap Shahi तस्वीर ने यादों को एक बार फिर हरा कर दिया...। श्रद्धांजलि... कलम के सिपाही के लिए....।
Subhash Chandra Yadav i pay my tribute to the voice of ddu and chapion of fourth estate
Hari Prakash Chauhan Hum tumhe yu na bhula paayenge......
Gaurav Kabeer shared a photo to the group: नवोत्पल (NAVOTPAL).
13 hrs
जाने वो कौन सा देश ..... जहाँ तुम चले गए।।। :( :( :(
........................................................
03/03/2017 को हमारे प्रिय रोहित पाण्डेय जी की छठवीं पुण्यतिथि है ।
..............................................................
आज भी याद आता है रोहित जी का दैनिक जागरण में "हफ्ते की बात" स्तम्भ में राजनीती में अपराधीकरण पर सिर्फ 250 शब्दों का लिखा हुआ लेख जिस से बहुत बड़े बड़े माफिया भी पहली बार कलम की ताकत से डरे और घबराये हुए दिखे थे। ...
See more
Like
Comment
Comments
Niraj Pal विनम्र श्रद्धांजलि
LikeReply113 hrs
Like
Comment
patrakarita ki is pathshala se hamne ki padhai
aaj yad aayi jab unki to aankh bhar aayi....
Like
Comment
rohit ji ko sradha k suman...




0 comments:

Post a Comment

आपकी विशिष्ट टिप्पणी.....